सुनी रे नगरिया सुनी रे सजरिया ...
भये परदेसी मेरे सांवरिया ...
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रामा दुहाई मैं तो ये भी नहीं जानी ....
बीता कब बचपन आई रे जवानी ....
कैसी मैं बंवरिया नाही रे खबरिया .....
भये परदेसी मेरे सांवरिया ...
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लिखना ना जानूं मैं तो कैसे लिखू पतिया ....
कागज़ पे लिख दे कोई मेरे मन की बतिया ....
बन के बदरिया बरसी रे नजरिया ...
भये परदेसी मेरे सांवरिया ...
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मैं तो हूँ आप ही अपनी दुश्मन निगोड़ी ....
जाके पिया के पीछे काहे ना दौड़ी .....
जानी न कदरिया रोकी ना डगरिया ....
भये परदेसी मेरे सांवरिया ...
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सुनी रे नगरिया सुनी रे सजरिया ...
भये परदेसी मेरे सांवरिया ...
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