Wednesday 27 June 2012

अभी ना जाओ छोड़ कर




अभी ना जाओ छोड़ कर
कि दिल अभी भरा नहीं

अभी अभी तो आई हो
बहार बन कर छाई हो
हवा ज़रा महक तो ले
नज़र ज़रा बहक तो ले
ये शाम ढल तो ले ज़रा
ये दिल सम्हल तो ले ज़रा
मैं थोड़ी देर जी तो लूं
नशे की घूँट पी तो लूं
अभी तो कुछ कहा नहीं
अभी तो कुछ सुना नहीं
अभी ना जाओ छोड़ कर
कि दिल अभी भरा नहीं

सितारे झिलमिला उठे
चिराग जगमगा उठे
बस अब न मुझको टोकना  
न बढ़ के राह रोकना
अगर मैं रुक गयी अभी
तो जा ना पाऊँगी कभी
यही कहोगे तुम सदा
कि दिल अभी नहीं भरा
जो खत्म हो इसी जगह
ये ऐसा सिलसिला नहीं
अभी नहीं अभी नहीं  
नहीं नहीं नहीं नहीं
अभी ना जाओ छोड़ कर
कि दिल अभी भरा नहीं

अधूरी आस छोड़ के
अधूरी प्यास छोड़ के
जो रोज यूँ ही जाओगी
तो किस तरह निभाओगी
कि जिंदगी कि राह में
जवान दिलों कि चाह में
कई मुकाम आयेंगे
जो हमको आजमाएंगे
बुरा ना मनो बात का
ये प्यार है गिला नहीं
यही कहोगे तुम सदा
कि दिल अभी भरा नहीं
कि दिल अभी भरा नहीं
नहीं नहीं नहीं नहीं

अभी ना जाओ छोड़ कर
कि दिल अभी भरा नहीं

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