Wednesday 27 June 2012

वो दिल कहाँ से लाऊँ



वो दिल कहाँ से लाऊँ तेरी याद जो भुला दे 
मुझे याद आने वाले कोई रास्ता बता दे 
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रहने दे मुझको अपने क़दमों की ख़ाक बनकर 
जो नहीं तुझे गंवारा मुझे ख़ाक में मिला दे 
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मेरे दिल ने तुझको चाहा क्या यही मेरी खता है 
माना खता है लेकिन ऐसी तो न सज़ा दे 
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वो दिल कहाँ से लाऊँ तेरी याद जो भुला दे 
मुझे याद आने वाले कोई रास्ता बता दे

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