Thursday 28 June 2012

यही वो जगह है



यही वो जगह है यही वो फिजा है
यहीं पर कभी आप हमसे मिले थे
इन्हें हम भला किस तरह भूल जाएँ 
यहीं पर कभी आप हमसे मिले थे

यहीं पर मेरा हाथ हाथों में लेकर
कभी ना बिछड़ने का वादा किया था
सदा के लिए हो गए हम तुम्हारे
गले से लगाकर हमें ये कहा था
कभी कम ना होंगीं हमारी वफाएं
यहीं पर कभी आप हमसे मिले थे
यही वो जगह है

यहीं पर वफ़ा का नया रंग भर के
बनायीं थी चाहत की तस्वीर तुमने
यहीं कि बहारों से फूलों को चुन कर
संवारी थी उल्फत की तकदीर तुमने
वो दिल आपको याद कैसे दिलाए
यहीं पर कभी आप हमसे मिले थे
यही वो जगह है


यही वो जगह है यही वो फिजा है
यहीं पर कभी आप हमसे मिले थे
इन्हें हम भला किस तरह भूल जाएँ 
यहीं पर कभी आप हमसे मिले थे

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