काँटों से खींच के ये आँचल
तोड़ के बंधन बाँधी पायल
कोई न रोको दिल की उड़ान को
दिल वो चला आ आ आ
आज फिर जीने की तमन्ना है
आज फिर मरने का इरादा है
आज फिर जीने की तमन्ना है
आज फिर मरने का इरादा है
अपने ही बस में नहीं मैं
दिल है कहीं तो हूँ कहीं मैं
जाने क्या पाके मेरी जिंदगी ने
हंस कर कहा अहा हा हा हा
आज फिर जीने की तमन्ना है
आज फिर मरने का इरादा है
मैं हूँ गुबार या तूफां हूँ
कोई बताये मैं कहाँ हूँ
डर है सफर में कहीं खो ना जाऊं मैं
रास्ता नया आहा हा हा हा
आज फिर जीने की तमन्ना है
आज फिर मरने का इरादा है
कल के अंधेरों से निकल के
देखा है आँखें मलते मलते
फूल ही फूल जिंदगी बहार है
तय कर लिया आहा हा हा हा
आज फिर जीने की तमन्ना है
आज फिर मरने का इरादा है
आज फिर जीने की तमन्ना है
आज फिर मरने का इरादा है
|
Thursday 28 June 2012
आज फिर जीने की तमन्ना है
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment