नैनों में बदरा छाये ...
बिजली सी चमके हाय ...
ऐसे में बलम मोहे गरवा लगा ले ....
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मदिरा में डूबी अंखियाँ
चंचल हैं दोनों सखियाँ
झलती रहेगी तोहें पलकों की प्यारी पंखियाँ
शरमा के देंगी तोहे मदिरा के प्याले
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प्रेम दीवानी हूँ मैं
सपनों की रानी हूँ मैं
पिछले जनम से तेरी प्रेम कहानी हूँ मैं
आ इस जनम में भी तू अपना बना ले ...
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नैनों में बदरा छाये ...
बिजली सी चमके हाय ...
ऐसे में बलम मोहे गरवा लगा ले ....
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